जब धर्म की ओर से शंखनाद हो, तो इतिहास बदलता है। यहाँ पांडवों के प्रमुख योद्धाओं की वीरता दिखाई गई है, जो यह दर्शाती है कि सत्य के लिए खड़ा होना ही सबसे बड़ा पराक्रम है।
| भीम और अर्जुन जैसे पराक्रमी योद्धा पांडव सेना की शक्ति को दर्शाते हैं। |
गीता 1:5 – महान योद्धाओं का उल्लेख
“धृष्टकेतु, चेकितान, काशी का राजा, पुरुजित, कुन्तिभोज और शैव्य भी उनके साथ हैं।”
यह श्लोक पांडव सेना की व्यापक शक्ति और एकता को दर्शाता है।
Geeta 1:5 – Leadership Lesson
यह श्लोक नेतृत्व की भूमिका दिखाता है। आज हर व्यक्ति अपने घर, काम और समाज में leader है।
नेतृत्व का अर्थ आदेश देना नहीं, बल्कि दिशा दिखाना है।
Life Better कैसे करें?
- अपने निर्णयों की जिम्मेदारी लें
- Example बनें, सिर्फ सलाह न दें
- सकारात्मक प्रभाव डालें
अच्छा नेतृत्व विश्वास और सम्मान पैदा करता है।
Geeta 1:5 – FAQ
Q. कौन-कौन से वीर योद्धा बताए गए हैं?
A. धृष्टद्युम्न, विराट और द्रुपद।
👉 गीता 1:4 का पूरा अर्थ पढ़ें
👉 गीता 1:6 का पूरा अर्थ पढ़ें
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Bhagavad Gita 1:5 – The Cost of Constant Competition
Geeta 1:5 highlights pride in strength. Modern society celebrates competition, often at the cost of cooperation.
This mindset fuels burnout, loneliness, and conflict worldwide.
The Gita subtly reminds us that balance, not domination, creates harmony.
Q: Is competition bad?
A: Excessive competition destroys collective well-being.
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